आगरा बारूद के ढेर पर बैठे कई गांव और मोहल्ले होगा बड़ा हादसा तक जागेंगे अधिकारी
बारूद पर बैठे कई थाना क्षेत्र के गांव और मोहल्ले
कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
अधिकारियों की इस तरफ नहीं है नजर
ऑक्सीजन को पी रहा कांच
घर-घर में खुले अवैध कारखाने
घरेलू गैस सिलेंडर हो रहे इस्तेमाल
सिलेंडर फटने से कई बार हो चुकी है मजदूरों की मौत
चाइना का बनाया जाता है सामान
साइंस का नाम देकर होता है नशीले पदार्थ का इस्तेमाल
आगरा जिले के कई थाना क्षेत्र बारूद के मुंह पर बैठे हुए हैं अधिकारियों की आंख जब खुलती है जब कोई बड़ा हादसा होता है अधिकारी अपनी तरफ से कोई ध्यान नहीं देते क्यों के उनको जानकारी ही जब मिलती है जब कोई घटना हो जाती है उसके बाद 2 दिन तक तो अभियान चलता है लेकिन फिर टाय टाय फिस हो जाता है शहर से लेकर देहात तक हजारों अवैध कारखाने चल रहे हैं इन कारखानों की तरफ अधिकारियों की कोई नजर नहीं है कई बार मजदूरों की मौत हो चुकी है तहसील एत्मादपुर क्षेत्र के चारों थाना क्षेत्रों में बड़े स्तर पर चाइना का सामान बनाने के कारखाने घर-घर में लग चुके हैं कांच का सामान बनाया जाता है सामान बनने के बाद बाहर जाता है जिसमें नशीले पदार्थ का प्रयोग किया जाता है एत्मादपुर बरहन खन्दौली एत्माद्दौला क्षेत्र के गांव मोहल्ले ऐसे हैं जहां घर घर में यही कार्य चल रहा है इन अवैध कारखानों में घरेलू गैस सिलेंडरों का प्रयोग किया जाता है गैस सिलेंडर फटने से कई बार मजदूरों की मौत हो चुकी है छोटे-छोटे बच्चे भी मजदूरी का कार्य करते हैं लेकिन अधिकारियों की नजर उन पर नहीं पड़ती कुछ कारखाना संचालकों द्वारा जीएसटी रजिस्ट्रेशन करा लिया गया है क्या जीएसटी का रजिस्ट्रेशन कराने से कारखाना चल सकता है दिन रात इन कारखानों से आग निकलती है प्रदूषण होता है परंतु किसी भी विभाग का इस तरफ ध्यान नहीं है आखिरकार ऐसा क्यों जलेसर रोड पर इसी चाइना सामान के दर्जनों गोदाम हैं अगर अधिकारी इस तरफ ध्यान दें तो बड़ा मामला खुल कर सामने आ सकता है ऑक्सीजन के कारण मरीजों की मौत हो जाती है लेकिन इन कांच के कारखानों में दर्जनों के हिसाब से ऑक्सीजन के गैस सिलेंडर आपको मिल सकते हैं थाना एत्माद्दोला किक कालिन्द्री बिहार टेढ़ी बगिया एत्मादपुर के कई गांव बरहन क्षेत्र के आवलखेड़ा थाना खन्दौली क्षेत्र में इन कारखानों की बाढ़ आ गई है गांव उस्मानपुर हसनपुर नगला लोधी पुरा गोवर्धन नए की सराय सहित एक दर्जन गांव है जहां घर-घर में कारखाने खुल गए हैं प्रदूषण के कारण लोगों का जीना दुश्वार हो गया है इन कारखानों में कांच के हाथी घोड़ा ऊंट तोता बत्तख मोर कुत्ता बिल्ली हुक्का शेर चीता आदि बनाए जाते हैं आखिरकार इन अवैध कारखाने संचालकों पर कब कार्रवाई होगी या किसी दिन क्षेत्र में बड़ा हादसा होगा तब अधिकारियों की आंखों से पट्टी हटेगी