आगरा में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से गई एक 35 वर्षीय महिला की जान ।
आगरा में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से गई एक 35 वर्षीय महिला की जान ।
आगरा के अंदर जिलाधिकारी और स्वास्थ्य महकमा लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने ऑक्सीजन गैस की उपलब्धता के लंबे चौड़े दावे कर लोगों को भ्रमित करने का काम कर रहे हैं जबकि हकीकत यह है की आगरा की एसएम इमरजेंसी से मरीजों को ऑक्सीजन गैस नहीं होने की क्या करके लौटा है जा रहा है इसके उल्टा जिन मरीजों को भर्ती किया जा रहा है उन्हें भी आधा अधूरा इलाज देकर घर भेजा जा रहा है जिससे गंभीर मरीजों की इलाज नहीं मिलने के कारण घरों पर मौत हो रही है।
ताजा मामला आगरा के थाना शाहगंज के शिवनगर वाल्मीकि बस्ती का है जहां पर एक 35 वर्षीय नीतू पत्नी संजय को खून की कमी और अन्य गंभीर बीमारी की वजह से आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी ले जाया गया पहले तो डॉक्टर ने ऑक्सीजन गैस उपलब्ध नहीं होने की वजह से मरीज को भर्ती करने से मना कर दिया लेकिन जब तीमारदारों के द्वारा महिला की तबीयत अत्यंत गंभीर होने की कहकर हाथ पैर जुड़े तो महिला को हॉस्पिटल में भर्ती तो कर लिया लेकिन आधा अधूरा इलाज करने के बाद में महिला को गंभीर हालत में ही घर भेज दिया घर पहुंचने पर महिला की 4 से 5 घंटे के भीतर ही मौत हो गई मृतक महिला के 3 मासूम बेटियां है जिनसे आज मां का साया तो छेन ही गया स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य सेवाओं की पूर्वी खोल के रख दी।