आगरा में शहीद हुये सतीश को किया गया याद
आगरा में शहीद हुये सतीश को किया गया याद
आगरा थाना एत्माउद्दौला के शहीद सिपाई सतीश यादव की पुण्यतिथि जो अकेले ही बदमाशों से लोहा लेते शहीद हुए आज भी उनकी बहादुरी के किस्से सुनने को मिलते है
29 अगस्त 2017 को शहीद हुए थे सतीश यादव
आगरा। थाना एत्मादौला में चार बदमाशों से सिपाही सतीश यादव और कुलदीप अकेले ही भिड़ गए। उन्होंने अपनी जान की परवाह भी नहीं की। वीरता के इस कारनामे में सतीश यादव शहीद हो गए। एसएसपी ने जब इन दोनों की बहादुरी की दास्तां सुनाई तो हर कोई भावुक हो गया, वहीं अपने साथी को खोने का गम और गुस्सा कुलदीप के चेहरे पर उस समय साफ दिखाई दे रहा था।
*ये था मामला *
टेड़ी बगिया क्षेत्र में सौ फुटा रोड यह मुठभेड़ हुई। थाना एत्मादौला में तैनात सिपाही सतीश यादव और कुलदीप तड़के बाइक से गश्त कर रहे थे, इसी दौरान उन्हें चोर चोर का हल्ला सुनाई दिया। दोनों सिपाहियों ने तत्परता दिखाई। उनका सामना बाइक सवार चार बदमाशों से हो गया। बदमाश वहां से भाग रहे थे। इसके बाद भी सिपाहियों ने बेखौफ होकर बदमाशों का पीछा करना शुरू कर दिया। पुलिस को देख बदमाशों ने अपनी बाइक तेज की और एक गली में घुस गए।
*भिड़ गए बदमाशों से *
सतीश यादव और कुलदीप ने उनका पीछा जारी रखा। इस दौरान हड़बड़ाहट में बदमाशों की बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई और वे पैदल भागने लगे। इतने में सतीश ने एक बदमाश को कॉलर पकड़कर नीचे गिरा लिया। उधर कुलदीप ने दूसरे बदमाश को धर दबोचा। बहादुर सिपाहियों की पकड़ से दोनों बदमाश छूट नहीं पा रहे थे, यह देख तीसरा बदमाश वहां आ गया, उसने सतीश को निशाना बनाकर तमंचे से दो फायर किए। इसमें एक गोली सतीश यादव की कोख में लगी और एक जबड़े में, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। अपने साथी को बचाने दौड़े कुलदीप को धक्का देकर बदमाश भाग गए।
खो दिया अपना साथी
कुलदीप ने आस पास के लोगों की मदद से सतीश यादव को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक सतीश की सांसें थम चुकीं थी। इस घटना के बाद पूरे पुलिस महकमे में आक्रोश है। उधर एसएसपी दिनेश चंद्र दुबे ने मीडिया के सामने दोनों की बहादुरी को सलाम किया। साथ ही कहा कि सतीश का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।