अपहरण कांड; पुलिस की लापरवाही के कारण हुई हत्या
अपहरण कांड; पुलिस की लापरवाही के कारण हुई हत्या
पुलिस के खिलाफ परिजनों में आक्रोश
परिजनों ने सीसीटीवी खंगाले उसके बाद जागी पुलिस
2 दिन तक आनाकानी करती रही पुलिस
शब 2 दिन पहले मिलने की आशंका जता रहे परिजन
पुलिस करती आ रही थी गुमराह परिजन
रंजिश के चलते की गई हत्या
मकान पर भी किया था पहले कब्जा
परिजनों ने राजनीतिक लोगों का भी हाथ होने की बधाई बात
परिवार में मचा है कोहराम
शव का जब तक नही होगा अंतिम संस्कार जब तक नहीं आएंगे अधिकारी
आगरा आगरा में अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं लेकिन पुलिस कछुआ चाल चलती रहती है पुलिस को लगातार हत्यारे बदमाश लुटेरे चुनौती देकर निकल जाते मामला थाना एत्माद्दौला के ट्रांस यमुना कृष 2 का है आपको बता दें कि थाना खंदौली के गांव अगर पुर निवासी रघुवीर प्रसाद अध्यापक गांव से आकर ट्रांस यमुना फेस टू मैं मकान बनाकर रहने लगे पिछले वर्षों रघुवीर प्रसाद के घर पर दबंगों द्वारा कब्जा कर लिया और मारा पीटा पुलिस ने दबाव के चलते उल्टा इन्हीं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया 2 अक्टूबर को रघुवीर प्रसाद का पुत्र सुनील शर्मा का अपहरण हो गया परिजन द्वारा थाने पर मुकदमा दर्ज कराने पहुंचे तो पुलिस ने आनाकानी की अपहरण की जगह पुलिस ने पहले गुमशुदगी दर्ज की अगर शुरुआत में ही पुलिस अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लेती तो शायद सुनील की जान बच जाती 2 दिन बाद पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज किया लेकिन पुलिस कानों में रुई लगाई बैठी रही परिजन छानबीन करते रहे लेकिन पुलिस कुंभकरण नींद से नहीं जागी सूत्रों द्वारा जानकारी हुई कि गांधीनगर क्षेत्र में परिजनों द्वारा गांधीनगर क्षेत्र के सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले उसमें साफ दिखाई दिया लेकिन पुलिस फिर भी पुलिस सक्रिय नहीं हुई जिस जगह आरोपी ने इस घटना को अंजाम दिया उस जगह से सुनील की बाइक ले जाते हुए सीसीटीवी कैमरा में कैद हो गया दूसरी तरफ टेंपो में रखकर शब को ठिकाने लगाने चला गया और मकान खाली कर दिया सब कुछ छानबीन होने के बावजूद भी पुलिस लापरवाही करती रही परिजनों का आरोप है कि समय से पुलिस अगर सक्रिय हो जाती तो सुनील की हत्या नहीं होती कुछ लोगों का मानना है कि पुलिस को शव 2 दिन पहले बरामद हो गया है लेकिन पुलिस ने परिजनों को जानकारी नहीं दी सच्चाई क्या है यह तो पुलिस ही बता सकती है परिजनों द्वारा आरोपियों के खिलाफ नाम दर्ज मुकदमा कराया है सभी आरोपी घर छोड़कर फरार हैं कुछ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है एक आरोपी ट्रांस यमुना क्षेत्र में डकैत के नाम से जाना जाता था लेकिन डकैत कुछ दिनों से गांधीनगर क्षेत्र में किराए के मकान में रहने लगा जहां उसे रावण के नाम से जानते थे लेकिन परिजनों का आरोप है कि इस हत्याकांड में कुछ राजनीतिक लोगों का भी हाथ बताया जा रहा है सुनील हत्याकांड को लेकर ब्राह्मण समाज में भारी आक्रोश फैल गया है पहले से भी कई ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं जो ब्राह्मण समाज के लोगों को झकझोर चुके हैं अब सुनील की हत्या से समाज के घाव फि ताजा कर दिए हैं पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है परिवार में कोहराम मचा हुआ है सुनील की छोटी सी बच्ची अपने पिता की राह देखती रह गई एक तरफ आगरा में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री सहित राजनीति का हमला अपनी बैठक करने में लगा हुआ है तो वहीं ब्राह्मण समाज के लोगों का कहना है कि अपहरण के बाद सुनील की हत्या कर दी गई लेकिन कोई भी राजनीतिक लोग घर तक नहीं पहुंचा जब कितनी बड़ी घटना हो गई इनको 2 मिनट का समय नहीं है पीड़ित परिवार से मिलने को वही ब्राह्मण समाज में भारी आक्रोश फैला हुआ है कि पुलिस की लापरवाही ने सुनील की हत्या करा दी आक्रोशित ब्राह्मण समाज एकजुट होने में लगा हुआ है एक-दो दिन के अंदर बड़े आंदोलन की तैयारी की जा रही है मृतक के भाई संतोष शर्मा का कहना है कि सभी नामजद आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी हो तुम ही कुछ ब्राह्मण समाज के लोगों का यह भी कहना है कि आरोपियों का एनकाउंटर किया जाना चाहिए जब सरकार में बैठे लोग अन्य लोगों का एनकाउंटर करा सकते हैं तो इन आरोपियों का क्यों नहीं वैसे आपको बता दें कि आगरा में कई ऐसी घटना हो चुकी हैं जिसमें राजनीतिक दबाव के चलते हत्या आरोपियों को पुलिस बचा चुकी है इन अपराधियों की गाड़ी सीधी चलती रहती है पलटती नहीं है अपराधी अपराधी होता है किसी भी जाति का हो लेकिन राजनीतिक लोग अपराधियों को बचाने का काम करते हैं सुनील हत्याकांड में भी परिजनों का आरोप है कि पुलिस राजनीतिक दबाव के कारण आरोपियों को बचाना चाहती है उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही ब्राह्मणों की हत्या से ब्राह्मण समाज में भारी आक्रोश फैला हुआ है