जिला सीधी क्रांतिकारी मोर्चा ने गुलाब सागर डूब क्षेत्र की दो दिन पदयात्रा की।
जिला सीधी क्रांतिकारी मोर्चा ने गुलाब सागर डूब क्षेत्र की दो दिन पदयात्रा की।
ब्यूरो रिपोर्ट अमित कुमार मिश्रा सीधी
सीधी जिले के मझौली तहसील अंतर्गत निर्मित गुलाब सागर बांध की ऊंचाई 3 मीटर बढ़ाए जाने से ग्राम कोटरो, सेंधवा, भैसताल, चफोंदी, गजरी, रुपईडोल, छुही, खतरा, तिलवारी सहित कुल नौ गांवों के लगभग 400 किसानों की भूमि डूब में आ रही है। डूब प्रभावितो में अधिकतम आदिवासी समाज के किसान हैं। भूमि अधिग्रहण के नाम पर जमीन की लूट भोले भाले आदिवासियों की नियत बन गई है। भू-अर्जन अधिकारी मझौली एवं गुलाब सागर के कर्मचारियों द्वारा डूब प्रभावित किसानों की जमीन अधिग्रहण में व्यापक अनियमितता की गई है। किसानों के साथ की जा रही धोखाधड़ी के विरोध में किसानों को संगठित कर संघर्ष की रूपरेखा तय करने हेतु टोंको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी के अगुवाई में क्रांतिकारी मोर्चा के साथियों सहित पीड़ित किसानों द्वारा दिनांक 8 एवं 9 दिसंबर को डूब प्रभावित सभी गांवों में पद यात्रा कर डूब क्षेत्र का निरीक्षण किया गया एवं जन आंदोलन किए जाने की किसानों से चर्चा की गई। पद यात्रा के दौरान पीड़ित किसानों द्वारा अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि अधिग्रहण के नाम पर हमारी जमीन छीनने का कार्य प्रशासन द्वारा किया जा रहा है हम लोगों द्वारा बार-बार भू अर्जन अधिकारी मझौली को लिखित में अनियमितता की जानकारी दी गई लेकिन हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। हम लोग ज्ञापन के माध्यम से कलेक्टर सीधी को भी गुहार लगा चुके हैं पर शिवाय आश्वासन के कोई कार्यवाही नहीं की गई।
की गई अनियमितता:-
किसानों की भूमि सिंचित है, खसरे में सिंचित लिखा भी है, सिंचाई कर देने की रसीद भी किसानों के पास है पर मुआवजा असिंचित भूमि बता कर बनाया गया है। किसानों की भूमि में स्थित परिसंपत्तियों पेड, मेड़- मिट्टी, कूप, मकान आदि का मुआवजा नहीं बनाया गया है। किसानों की भूमि डूब में ज्यादा आ रही है परंतु मुआवजा कम रकवा का तैयार किया गया है। मुआवजा राशि निर्धारण में नए भूमि अधिग्रहण कानून का पालन नहीं किया गया है। कुछ किसानों की भूमि डूब में आ रही है परंतु मुआवजा नहीं बनाया गया है। इसी तरह कुछ ऐसे व्यक्तियों के नाम से भी मुआवजा बनाया गया है जिनकी भूमि डूब क्षेत्र से लगभग 2 किलोमीटर दूर स्थित है। भर्रेशाही का यह सारा खेल कर्मचारियों के भ्रष्टाचार की पोल खोलता है।
यह रहे पद यात्री:-
शिवकुमार सिंह, राजकुमार तिवारी, विजय बहादुर सिंह, राम नरेश कुशवाहा, विसाले बैगा, अर्जुन बैगा,लाल पति बैगा, मोतीलाल, भाईलाल, रामलल्लू सिंह, लाल बहादुर रावत, शुभम यादव, बंगाली, राजबहोर सिंह,बुद्धि पनिका, सुदामा पनिका, महेश साकेत, सोभाई, बेउहर यादव आदि।