पठानकोट जैसा ही पुलवामा में आतंकियों का ‘टाइम-टारगेट’, गुर्गों के सफाये से बौखलाया है जैश
पठानकोट जैसा ही पुलवामा में आतंकियों का ‘टाइम-टारगेट’, गुर्गों के सफाये से बौखलाया है जैश
पुलवामा हमले के पीछे आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ है और इस हमले की चेतावनी भी जैश ने पहले ही दे दी थी. आजतक ने मसूद अजहर के छोटे भाई की वो धमकी आपको दिखाई थी जिसमें पठानकोट जैसे हमले की बात कही गई थी. लेकिन सवाल ये है कि पुलवामा में सीआरपीएफ कैंप पर हमले की खुफिया सूचना भी थी. बावजूद इसके आतंकी हमले कैसे हो गए.
पुलवामा पर आतंकी हमले की साजिश कितनी तय थी ये आप हाफिज सईद की इस धमकी से लगा सकते हैं. नजरबंदी की नौटंकी खत्म होने के बाद लाहौर में हाफिज सईद ने कश्मीर पर खून गर्म करने देने वाली चेतावनी दी थी. जिस हाफिज सईद का जितनी जल्दी इलाज हो जाए, हमारे लिए अच्छा होगा, क्योंकि अब तो ये शैतान धार्मिक नेता का चोला बदलकर असली नेता का चोला धारण करने वाला है.
दरअसल पुलवामा हमले का जिम्मा जैश ने लिया है. वही जैश जिसका जन्मदाता मसूद अजहर है. वही मसूद अजहर जिसका भाई पठानकोट जैसे हमले की धमकी दे चुका है. गौर करेंगे तो पाएंगे कि पुलवामा पर पठानकोट स्टाइल में ही हमला किया गया.
1. पुलवामा में हमला नए साल के एक दिन पहले किया गया, जबकि पठानकोट में हमला नए साल के एक दिन बाद किया गया था.
2. कड़ाके की सर्द रात का फायदा उठाना जैश की साजिश का अहम हिस्सा होता है. इसलिए पुलवामा में रात 2 बजकर 10 मिनट पर हमला किया गया. जबकि पठानकोट में रात साढ़े 3 बजे हमला किया गया था.
3. जैश का निशाना सुरक्षाबल ही होते हैं. पुलवामा में सीआरपीएफ कैंप तो पठानकोट में एयरबेस को निशाना बनाया गया था. सीआरपीएफ कैंप में हथियारों से लैस 3 आत्मघाती आतंकी घुसे, जबकि पठानकोट एयरबेस में 6 आतंकी घुसे थे.
4. हमले का अंदाज़ एक जैसा, पहले ग्रेनेड से हमला फिर अधाधुंध फायरिंग. इसके बाद रिहाइशी इलाकों में घुसकर ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाना.
गौरतलब है कि जैश का आतंकी आका कश्मीर में अपने गुर्गों के सफाये से बौखलाए हुए है. खासकर आतंकी नूर त्राली को ढेर कर जैश को जो चोट दी गई उससे वो बिलबिला रहा है. सुरक्षाबलों की मुहिम के आगे बेबस होकर नई-नई साजिशें रच रहा है. मसूद अजहर का मनोबल उस चीन की वजह से भी ऊंचा हो रहा है जिसे एक आतंकी में संत दिखता है. चीन ने संयुक्त राष्ट्र में मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने में अड़ंगा डालकर इस शैतान का गुमान बढ़ा दिया है.