बिकी हुई है पुलिस विधायक बैठे धरने पर महिलाओं को ताले में किया पुलिस ने बंद
पैसा लेकर पुलिस कराती है काम धरने पर बैठे विधायक धर्मशाला पर पुलिस का जबरन कब्जा कराने का आरोप महिलाओं के साथ मारपीट कर ताले में बंद किया
आगरा उत्तर प्रदेश में योगी सरकार में माफियाओं के पसीने छूट जाते हैं तो वहीं अधिकारियों के भी लेने देने पड़ जाते हैं लेकिन ताजनगरी में एक मामला ऐसा सामने आया है जहां सत्ताधारी विधायक ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए धरना देना प्रारंभ कर दिया है विधायक का कहना है कि पुलिस ने पैसा लेकर एक व्यक्ति के इशारे पर धर्मशाला पर कब्जा करवाया गया है महिलाओं के साथ मारपीट की और उन्हें बंधक बनाया है मामला थाना शाहगंज क्षेत्र का है जहां एक पुरानी धर्मशाला है जिस पर कुशवाहा समाज एवं अन्य समाज का कब्जा है और मंदिर पर पूजा पाठ के लिए सभी लोग आते हैं लेकिन एक व्यक्ति के इशारे पर पुलिस नाच रही है और मंदिर पर कब्जा कराने के लिए जबरन महिलाओं को पीटकर मंदिर के अंदर बंद कर दिया और बाहर से ताला डाल घटना की जानकारी मिली तो क्षेत्रीय विधायक जी एस धर्मेश मौके पर विधायक ने गंभीर आरोप लगाते हुए मीडिया को बताया कि थाना शाहगंज की पुलिस और एसीपी बिके हुए हैं उनके द्वारा पैसा कब्जा कराया जा रहा है विधायक द्वारा लगाए गए आरोप के बाद फिर धरने पर बैठ गए और उनके द्वारा पुलिस कमिश्नर से बात कर ताला खुलवाने को कहा लेकिन पुलिस मनमानी करने में लगी हुई है किसी के आदेश को मान नहीं रही तो वही सत्ता में होते हुए भी अपनी पुलिस पर विधायक ने गंभीर आरोप लगाए हैं इससे साफ जाहिर हो जाता है कि जो विपक्षी नेता आरोप लगाते हैं वह सही हैं जब सत्ताधारी विधायक ही पुलिस पर पैसा लेकर कार्य कराने का आरोप लगाते हैं तो विपक्षी पार्टियों के नेता आरोप लगाते हैं तो क्या गलत है आखिरकार पुलिस कर क्या रही है जब विधायक की बात को सुनने के लिए तैयार नहीं है और पैसा लेकर काम कराने का आरोप है ऐसे पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होतीविधायक ने कहा है कि पुलिस की शिकायत मुख्यमंत्री से की जाएगी आखिरकार इस मामले में मुख्यमंत्री अगर संज्ञान लेते हैं तो क्या होगा ताजनगरी में जिस तरह विधायक ने अपनी ही पुलिस पर पैसा लेकर बिक्री होने का आरोप लगाकर धरना देना प्रारंभ कर दिया है तो वहीं महिलाओं ने भी गंभीर आरोप लगाए हैं कि पुलिस ने उन को पीटा है और उसके बाद मंदिर के अंदर बंद कर बाहर से ताला डाल दिया है कई घंटे बीत जाने के बाद भी ताला नहीं खोला गया काफी संख्या में मौके पर भीड़ पहुंच गई और हंगामा होने लगा आखिरकार पुलिस पर लगाए गए आरोप सही है या गलत है लेकिन जब सत्ताधारी विधायक ऐसे आरोप लगाते हैं तो फिर गलत क्या होगा अगर कोई विपक्षी नेता लगाता तो भी आरोपों को खारिज किया जा सकता था लेकिन सत्ताधारी विधायक ने खुलेआम मीडिया से बात करते हुए कहा है कि थाना पुलिस पैसा लेकर काम करा रही है अब देखना होगा कि इस मामले में क्या कार्रवाई होती है