गौतमबुद्धनगर पीड़ित की समस्या का हो समाधान DM ने अधिकारियों को दिए निर्देश
गौतमबुद्ध नगर डीएम ने कलेक्ट्रेट के सभागार में साप्ताहिक बैठक करते हुए समस्त अधिकारियों को कार्य में प्रगति लाने के दिए निर्देश।◻◻◻◻◻◻◻ जिलाधिकारी गौतम बुद्ध नगर बी एन सिंह ने साप्ताहिक समीक्षा बैठक करते हुए विकास कार्यों एवं राजस्व कार्यों की गहनता के साथ समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि समस्त अधिकारीगण अपने विभाग के कार्यों को प्रोफेशनल होकर कार्य करें और वित्तीय वर्ष के 50 दिन अवशेष हैं इसमें सभी कार्यों को गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने की कार्यवाही की जाए। डीएम ने स्पष्ट किया कि यदि विभागीय अधिकारियों के द्वारा उनके कार्यों में शिथिलता एवं प्रगति वित्तीय वर्ष में कम पाई जाएगी तो संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई अपनाते हुए प्रतिकूल प्रविष्टि की जाएगी। श्री सिंह कलेक्ट्रेट के सभागार में बैठक करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान कर रहे थे। उन्होंने जिला स्वच्छता समिति की बैठक करते हुए जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया कि जनपद में स्वच्छता कार्यक्रम को पूर्ण गुणवत्ता के साथ संचालित किया जाए और जो गांव ओडीएफ हो गए हैं वहां पर यह व्यवस्था निरंतर बनी रहे इसके संबंध में कार्यवाही सुनिश्चित की जाए । उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सफाई कर्मचारियों के द्वारा निरंतर रूप से ग्रामों में मानकों के अनुसार सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाए अन्यथा की स्थिति में दोषी सफाई कर्मचारियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही प्रस्तुत की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि सभी ग्रामों में ओडीएफ कार्यक्रम को सफल बनाने के उद्देश्य से जागरूकता कार्यक्रम संचालित किया जाए और ग्रामीणों को यह भी स्पष्ट किया जाए कि 1 अप्रैल से जो व्यक्ति खुले में शौच करेगा उस पर ग्राम समाज के माध्यम से अधिनियम के तहत जुर्माना भी निर्धारित किया जाएगा। यह सभी ग्रामीणों को स्पष्ट रुप से संदेश प्रदान किया जाए और खुले में शौच की प्रथा पर पूर्ण रुप से प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई की जाए। जिलाधिकारी ने बैठक में स्पष्ट किया कि शासन स्तर पर प्राथमिकता के 61 बिंदुओं पर जो समीक्षा की जा रही है उसमें यदि किसी विभाग की रेड श्रेणी होगी तो संबंधित विभाग के अधिकारी के विरुद्ध जिला प्रशासन की ओर से विभागीय कार्यवाही प्रस्तावित करते हुए मार्च के बाद प्रतिकूल पृविष्टी प्रदान की जाएगी। जिन विभागों के अधिकारियों की प्रगति कम है और वर्तमान में वह अपने कार्यों में रेड श्रेणी में चल रहे हैं 31 मार्च तक अपने कार्यों में सुधार लाते हुए विभाग को ग्रीन श्रेणी में लाने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए ताकि कोई अधिकारी दंड का भागी न बन सके। जिलाधिकारी ने उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री जी की मंशा के संबंध में अधिकारियों को अवगत कराते हुए बताया कि सभी विभागीय अधिकारियों के द्वारा जनप्रतिनिधियों को पूर्ण सम्मान दिया जाए और उनके द्वारा जो कार्य विभागीय अधिकारियों को बताए जा रहे हैं और वह सही हैं उन्हें तत्काल किया जाए। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी की स्पष्ट मंशा है कि ऊपर के स्तर पर अधिकारियों में बदलाव हुआ है परंतु नीचे के स्तर पर अभी बहुत सुधार की आवश्यकता है। अतः समस्त अधिकारीगण इस दिशा में अपने अपने विभाग में निचले स्तर के अधिकारियों कर्मचारियों को सरकार की मंशा को स्पष्ट करते हुए उसी अनुरूप कार्य कराए जाने की कार्यवाही करेंगे। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि विभागों में प्राय देखने में आ रहा है कि पत्रावलियों के चलाने में विलंब किया जाता है। अतः ऐसा यदि किसी विभाग में प्रकरण संज्ञान मैं आता है तो संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी । उन्होंने अधिकारियों को एंटी भू माफिया कार्यक्रम के संबंध में स्पष्ट करते हुए कहा कि 15 फरवरी तक भू-माफिया चिन्हित करने का कार्यक्रम शासन के निर्देश पर संचालित है इसके उपरांत यदि किसी विभाग की सरकारी भूमि पर भू माफिया का कब्जा पाया जाता है और उनके द्वारा उसकी सूचना नहीं दी गई है तो संबंधित विभागीय अधिकारियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। 15 फरवरी के बाद संबंधित अधिकारियों को पुनः प्रमाण पत्र देना होगा कि उनकी सरकारी भूमि पर किसी माफिया का कब्जा नहीं है। जिलाधिकारी ने इस अवसर पर राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि 31 मार्च तक 5 वर्ष से पुराने समस्त वादों का निस्तारण सुनिश्चित करने की कार्रवाई की जाए। वहीं दूसरी ओर राजस्व वसूली में विशेष प्रगति बढ़ाई जाए और बकाएदारों के विरूध्द कड़ी कार्रवाई करते हुए वसूली अभियान को और अधिक तेज किया जाए। जिलाधिकारी ने बैठक में समस्त अधिकारियों का यह भी आह्वान किया कि जनता की शिकायतों के प्रति सभी अधिकारीगण अत्यंत संवेदनशील होकर कार्य करें और तत्परता के साथ उनकी समस्याओं का निस्तारण करने की कार्रवाई सुनिश्चित करें। आयोजित बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी प्रशासन कुमार विनीत, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व केशव कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अनुराग भार्गव, परियोजना निदेशक डीआरडीए अवधेश कुमार सिंह, उप जिलाधिकारी सदर अंजनी कुमार सिंह, उप जिलाधिकारी दादरी अमित कुमार सिंह, उप जिलाधिकारी जेवर राजपाल सिंह, ए आई जी स्टांप अखिलेश कुमार दुबे, जिला पूर्ति अधिकारी राजनारायण सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी एस के द्विवेदी, जिला पंचायत राज अधिकारी वीरेंद्र कुमार सिंह, अधिशासी अभियंता जल निगम एस बी सिंह तथा अन्य अधिकारियों के द्वारा बैठक में प्रतिभाग किया गया । राकेश चौहान अपर जिला सूचना अधिकारी गौतम बुद्ध नगर।*