एसएन में बिना पैसे के नहीं होता इलाज, मरीज के हिसाब से होती है रेट, योगी सरकार को डॉक्टर कर रहे बदनाम, पीड़ित ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर की शिकायत
आगरा। योगी सरकार के द्वारा स्वास्थ्य विभाग को बेहतर बनाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं गरीबों का इलाज निशुल्क होना चाहिए लेकिन सरकार के आदेश के विपरीत डॉक्टर चल रहे हैं। योगी सरकार को बदनाम करने में डॉक्टर लगे हुए हैं सांसद विधायक एवं कॉलेज के प्रधानाचार्य के आदेश को नहीं मानते बिना पैसे के कोई इलाज नहीं होता और रुई से लेकर सुई तक मरीज के पैसे से आती है ₹15000 से ₹50000 तक की बोली मरीज के इलाज के लिए बोली जाती है हर डिपार्टमेंट में यही हाल है मामला हड्डी विभाग का है हड्डी विभाग में संत महात्मा का ऑपरेशन होना था हाथ की हड्डी टूट जाने पर विधायक के द्वारा पत्र जारी किया गया एवं प्रधानाचार्य के द्वारा निशुल्क ऑपरेशन एवं दवा देने के आदेश दिए गए लेकिन डॉक्टर रजत कपूर के द्वारा संत महात्मा को अस्पताल में भर्ती कर लिया गया तीन दिन तक भूखा रखा आज ऑपरेशन होना है हर रोज तारीख दी जा रही लेकिन अंत में बात आई पैसा जमा करने की डॉक्टर के सहयोगी आकर बोल पैसा जमा करो शुरुआत 25000 से शुरू हुई उसके बाद ₹15000 तक कहा गया लेकिन संत महात्मा पर पैसा कहां से आया आखिरकार उनका ऑपरेशन नहीं हो सका आखिरकार अंत में संत महात्मा अस्पताल छोड़कर चले गए संत महात्मा का कहना था कि जब योगी सरकार में सरकारी अस्पताल में इतना भ्रष्टाचार है डॉक्टर बिना पैसे के इलाज नहीं करते इसका मतलब है कि योगी सरकार को बदनाम करने में डॉक्टर लगे हुए हैं जिससे जनता परेशान होकर योगी सरकार से नाराज हो सके संत महात्मा के द्वारा मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज कराई है उनका कहना है कि लखनऊ मुख्यमंत्री दरबार में जाकर शिकायत करेंगे तमाम मरीज ऐसे पड़े हुए हैं उनका कोई देखने वाला नहीं है बिना पैसे के उपचार नहीं हो रहा अगर पैसा ही होता तो सरकारी अस्पताल में क्यों आते फिर तो प्राइवेट अस्पताल जगह-जगह बने हुए हैं।