आगरा डेंगू या मलेरिया से किसी की हुई मौत तो होंगे जिम्मेदार डॉक्टर

अस्पतालों में मरीजों की सुविधा का ध्यान रखा जाये
 -मुख्य विकास अधिकारी
      जनपद में स्वास्थ्य सुविधाओं को और अधिक दुरूस्त करने लिए सभी डाक्टर अपने अस्पतालों में उपस्थित रहकर मरीजों का इलाज करें। वरशात के मौसम को दृष्टिगत रखते हुए डेंगू और मलेरिया से किसी व्यक्ति की मौत होती है तो डाक्टर की जिम्मेदारी निश्चित करते हुए सम्बन्धित के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।
     यह निर्देश प्रभारी जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी श्री रविन्द्र कुमार मांदड़ ने विकास भवन सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में दिये। उन्होंने सभी सीएचसी एवं पीएचसी के डाक्टरों एवं अन्य अधिकारियों से कहा कि जच्चा, एवं बच्चा का विशेष ध्यान रखा जाये। गर्भवती महिला के गर्भ, प्रारम्भ से लेकर डिलेबरी तक उसके खाने-पीने, साथ आयरन की गोली आदि लेने के बारे में विधिवत अवगत करा दिया जाये। इसके अतिरिक्त नवजात शिशु की देखभाल करने के सम्बन्ध में भी सम्बन्धित महिला को विस्तृत जानकारी दी जाये।
       उन्होंने कहा कि प्रत्येक सी0एच0सी0 पर डिलेवरी के समय प्रयोग आने वाली वस्तुओं एवं दवाओं का इन्तजाम हर हालत में होना चाहिए। उन्होंने जिला अस्पताल, लेडी लायल, एवं सी0एच0सी0 पर महिला एवं बच्चे की मौत होने पर उसकी पूरी रिपोर्ट, तथा किस कारण मृत्यु हुई इसका रिकार्ड बनाया जाये , जिसकी जांच नोडल अधिकारी डा0 यू0बी सिंह के साथ कमेटी करेगी। उन्होंने कुष्ठ रोग, के मरीजों की संख्या जिस क्षेत्र से अधिक आ रही है उस क्षेत्र में जन-जागरण के लिए बाल पेंटिग, फ्लैक्स, पम्पलेट आदि से अधिक प्रचार करने के  निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिन पी0एच0सी0 पर डाक्टर नहीं है वहां सी0एच0सी0 से डाक्टरों की ड्यूटी रोस्टर के हिसाब से लगाई जाये।
       प्रभारी जिलाधिकारी ने अस्पतालों में उपलब्ध वाहन यथा एबूलेंस, 102, तथा अस्पतालों के जनरेटर आदि की विस्तृत जानकारी लेते हुए उन्हें ठीक अवस्था में रखने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि जो टीम ग्रामीण क्षेत्र का निरीक्षण हेतु जाती है वह स्कूल बन्द होने की स्थिति में बेसिक शिक्षा अधिकारी, एवं आंगन बाड़ी केन्द्र बन्द होने की स्थिति में मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं कार्यक्रम अधिकारी को अवगत करायें।
         बैठक में आंगनवाड़ी के प्रशिक्षण, प्रधानमंत्री मातृ वन्दना, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व, जननी, शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, राष्ट्रीय वाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, आशा कार्यक्रम, राष्ट्रीय अन्धता निवारण, कुष्ठ रोग निवारण, राष्ट्रीय बैक्टर जनित रोग, कायाकल्प इन्टरर्नल असिस्मेन्ट आदि अनेक योजनाओं पर विस्तृत चर्चा हुई।
       तत्तपश्चात् पल्स पोलियों की बैठक लेते हुए प्रभारी जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि जिन कर्मचारियों को पल्स पोलियों में लगाया जा रहा है उनको प्रशिक्षण अवश्य दिया जाये। इसके साथ ही 05 अगस्त को होने वाले पल्स पोलियों अभियान में उनकी उपस्थित सौ प्रतिशत होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पल्स पोलियों अभियान में लगाई गई आशा एवं अन्य कर्मचारियों की अनुपस्थित में उनका मान देय काटा जाये।
         इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सी0एच0सी0, पी0एच0सी0 के डाक्टरों के साथ अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।
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