आगरा किसानों का चालीसा धरना,सांसद विधायक के लिए बहा रहे आंसू
किसानों का हुआ चालीसा,सांसद विधायक के लिए बहा रहे आंसू 40 वें दिन भी किसान धरना पर बढ़ती हुई ठंड ,जनप्रतिनिधि की उदासीनता आगरा किसान अपनी समस्याओं को लेकर 40 दिन से धरना दे रहे हैं लेकिन अधिकारी और जनप्रतिनिधि किसानों की ओर झाग भी नहीं रहे जनप्रतिनिधियों द्वारा किसानों की लगातार धैर्य की परीक्षा ली जा रही है ,जिसे किसानों ने सहर्ष स्वीकार कर लिया है भारत के भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई जी की इस पंक्ति को स्वीकार कर लिया है कि हार नहीं मानूँगा, रार नहीं ठानूंगा । कि पक्तियों पर विश्वास करते हुए आज 40 वें दिन भी किसान धरना स्थल पर डटे रहे, किसानों को जुखाम, सर्दी, बुखार की बीमारी से किसान लगातार पीड़ित होने के बावजूद भी धरना स्थल पर डटे हुए हैं किसानों का रविवार के दिन चालीसा हो गया है एक समाजसेवी द्वारा किसानों को दस रजाइयां ओडने के लिए उपलब्ध कराई गई है जिसे किसानों ने सहर्ष स्वीकार कर लिया है और इससे अभी तय हो गया है कि किसान जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के बाद भी धरना स्थल को छोड़ कर नहीं जायेंगें, किसानों ने अपने तरीके से प्रचार को और बाढ़ने के लिए फेसबुक, इंस्टाग्राम, टि्वटर को उपयोग करने का फैसला लिया है अब किसान अपने गांव ही नहीं रक्षाबंधन पर अपनी बहनों से मिले समर्थन के आधार पर सोशल मीडिया का भरपूर उपयोग भी करेंगे।
किसानों के धरने को आज 40 दिन हो गए लेकिन कोई भी विधायक , सांसद धरना स्थल पर नहीं आया है,किसान बनाएंगे सांसद को घेरने की रणनीति ,
भूमि बचाओ किसान संघर्ष समिति के बैनर तले किसान खेत में टेंट में ठंड में अपने उपजाऊ भूमि को वापस मांगने के लिए आंदोलनरत है किसानों का कहना है जब खेती नहीं होगी तो जनता क्या खाएगी, सरकार के नुमाइंदे क्या खाएंगे ,ऐसी उपजाऊ भूमि को वापस होना आवश्यक है जे. पी .टाउनशिप के नाम से भूमि अधिग्रहण की गई जो आज 9 साल हो गए 9 साल में भूमि पर कोई भी विकास कार्य नहीं किया गया सरकार के द्वारा 5 साल तक भूमि उद्योग के लिए विकसित नहीं की जाती तो वह भूमि वापसी योग्य हो जाती है लेकिन जी.पी .टाउनशिप की जमीन अभी किसानों को वापस नहीं की गई है किसान लामबंद है आंदोलन को लगातार 40 दिन हो गए हैं किसान टेंट में से निकल कर अपने घरों में नहीं जाते हैं वहीं बैठे आंदोलन की रणनीति बनाते हैं खाना उसी टेंट मैं करते हैं सोना भी उसी टेंट में करते हैं टेंट में रहना सोना होने के बावजूद क्षेत्रीय विधायक क्षेत्रीय सांसद आज तक किसानों से पूछना, मिलने नहीं आए, विधायक और सांसद हफ्ते में एक दिन उसी रोड से निकलते हैं विधायक के घर जाकर किसानों ने बात करना चाहा तो विधायक ने लड़की की शादी का हवाला देते हुए मामला 19 तारीख तक के लिए मामला रफा-दफा कर दिया किसान लड़की की शादी होने के नाते मान गए,ए अब बारी है सांसद रामशंकर कठेरिया की किसानों की रणनीति सांसद रामशंकर कठेरिया के निवास पर धरना देने की बन रही है किसानों का एक बहुत बड़ा समूह रामशंकर कठेरिया के यहां लगाएगा अगर सांसद समय से पूर्व धरना स्थल पर आ जाते हैं तो किसान सांसद रामशंकर कठेरिया की बात सुनने के लिए तैयार हैं , किसानों की बात मानने के लिए सरकार पर दवा बनाया जाए सरकार पर दबाव बनाने के लिए सांसद रामशंकर कठेरिया से किसान जोर दारी से मिलेंगे। किसान संघर्ष समिति के सर्वेश सिकरवार ,उदयवीर सिंह एडवोकेट ,नरेंद्र शर्मा एडवोकेट, राजपाल फौजी, धर्मेंद्र सिकरवार, घनश्याम बघेल , ब्रज बहादुर सिंह, केरन बघेल, शिशुपाल बघेल ,ओमबीर पंवार, घनश्याम सिकरवार ,उत्तम बघेल ,सौदान सिंह, राजन लाल बघेल, दीवान बघेल ,नरायन सिंह, लक्ष्मन बघेल,मवासी राम,निहाल सिंह, वंशीलाल,गोरी शंकर,हुकमसिंह, गब्बर सिंह, टोडीराम, ग्याप्रसाद आदि थे।धरने कि अध्यक्षता धनीराम बघेल और संचालन फौरन सिंह ने किया। फोटो कैप्शन धरना स्थल पर बैठे किसान
Post Views:
985