जम्मू कश्मीर में जवानों के काफिले पर आतंकी हमला दर्जनों जवान शहीद कई दर्जन घायल
*जम्मू-कश्मीर में 20 साल में सबसे बड़ा आतंकी हमला, CRPF के 42 जवान शहीद, 45 से ज्यादा जख्मी*
बताया जा रहा है कि आतंकियों को इस हमले के लिए लोकल लेवल पर मदद मिली है. पहले सड़क किनारे खड़े एक गाड़ी में IED प्लांट किया गया था. सीआरपीएफ का काफिला जब इधर से गुजरा, तो वहां ब्लास्ट हो गया.
जम्मू-कश्मीर में 20 साल में सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ है. पुलवामा में अवंतीपोरा के गोरीपोरा इलाके में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकियों ने IED से हमला किया. जानकारी के मुताबिक,देश के लिए सहादत देने वाले 42 जवान
1. जयमाल सिंह- 76 बटालियन
2. नसीर अहमद- 76 बटालियन
3. सुखविंदर सिंह- 76 बटालियन
4. रोहिताश लांबा- 76 बटालियन
5. तिकल राज- 76 बटालियन
6. भागीरथ सिंह- 45 बटालियन
7. बीरेंद्र सिंह- 45 बटालियन
8. अवधेष कुमार यादव- 45 बटालियन
9. नितिन सिंह राठौर- 3 बटालियन
10. रतन कुमार ठाकुर- 45 बटालियन
11. सुरेंद्र यादव- 45 बटालियन
12. संजय कुमार सिंह- 176 बटालियन
13. रामवकील- 176 बटालियन
14. धरमचंद्रा- 176 बटालियन
15. बेलकर ठाका- 176 बटालियन
16. श्याम बाबू- 115 बटालियन
17. अजीत कुमार आजाद- 115 बटालियन
18. प्रदीप सिंह- 115 बटालियन
19. संजय राजपूत- 115 बटालियन
20. कौशल कुमार रावत- 115 बटालियन
21. जीत राम- 92 बटालियन
22. अमित कुमार- 92 बटालियन
23. विजय कुमार मौर्या- 92 बटालियन
24. कुलविंदर सिंह- 92 बटालियन
25. विजय सोरंग- 82 बटालियन
26. वसंत कुमार वीवी- 82 बटालियन
27. गुरु एच- 82 बटालियन
28. सुभम अनिरंग जी- 82 बटालियन
29. अमर कुमार- 75 बटालियन
30. अजय कुमार- 75 बटालियन
31. मनिंदर सिंह- 75 बटालियन
32. रमेश यादव- 61 बटालियन
33. परशाना कुमार साहू- 61 बटालियन
34. हेम राज मीना- 61 बटालियन
35. बबला शंत्रा- 35 बटालियन
36. अश्वनी कुमार कोची- 35 बटालियन
37. प्रदीप कुमार- 21 बटालियन
38. सुधीर कुमार बंशल- 21 बटालियन
39. रविंदर सिंह- 98 बटालियन
40. एम बाशुमातारे- 98 बटालियन
41. महेश कुमार- 118 बटालियन
42. एलएल गुलजार- 118 बटालियन
आधिकारिक रूप से शहीदों का आंकड़ा 20 बताया जा रहा है.
लेकिन, सीआरपीएफ कंट्रोल रूम समेत तमाम सूत्रों और एजेंसियों के मुताबिक, अब तक कम से कम 27 जवान शहीद हो चुके हैं.
ये आंकड़ा आगे बढ़ सकता है. आतंकी संगठन जैश-ए- मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है
उरी के बाद इसे पहला इतना बड़ा हमला माना जा रहा है. 18 सितंबर 2016 को हुए उरी हमले में कुल 19 जवान शहीद हो गए थे.
बताया जा रहा है कि सीआपीएफ के काफिले में 70 से ज्यादा गाड़ियां शामिल थीं,
जिसमें 2500 से ज्यादा जवान सवार थे. ये सभी छुट्टियां खत्म कर ड्यूटी पर लौट रहे थे. जानकारी के मुताबिक,
आतंकियों ने पहले सुरक्षाबलों की एक गाड़ी को निशाना बनाया है. फिर ताबड़तोड़ फायरिंग भी की.
ऐसी खबरें आ रही हैं कि आतंकियों ने IED के साथ ग्रेनेड भी फेंका. हालांकि, अभी इसकी आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हो पाई है. घायल जवानों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया जा रहा है.
पुलवामा अटैक LIVE UPDATES: ब्लास्ट के लिए आतंकियों को स्थानीय लोगों से मिली थी मदद
पुलवामा में उरी जैसा बड़ा धमाका
इस हमले को उरी के बाद अब तक का सबसे बड़ा धमाका बताया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक,
करीब एक हफ्ते पहले खुफिया एजेंसी ने संसद भवन पर हमले के दोषी अफजल गुरु और जेकेएलएफ के संस्थापक मोहम्मद मकबूल भट्ट की फांसी की बरसी (9 फरवरी) को लेकर अलर्ट जारी किया था
इसमें साफ कहा गया था कि आतंकियों ने हमले का प्लान बनाया है. खुफिया एजेंसियों ने कहा था कि आतंकी जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों के काफिले और उनके आने जाने के रास्ते पर IED से हमला कर सकते हैं.
इन जिलों में हाई अलर्ट
इस हमले के बाद सेना ने जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर ट्रैफिक रोक दिया है और सर्च ऑपरेशन चला रही है.
वहीं, अवंतिपोरा, पुलवामा, शोपियां, कुलगाम और श्रीनगर जिलों में हाई अलर्ट जारी किया गया है.
पुलवामा हमला: जिस काफिले पर हुआ हमला उसमें शामिल थी 70 बसें और 2500 जवान
बताया जा रहा है कि सड़क किनारे खड़ी एक गाड़ी में IED प्लांट किया गया था. सीआरपीएफ का काफिला जब इधर से गुजरा, तो वहां ब्लास्ट हो गया. काफिले की कई गाड़ियां भी इस ब्लास्ट की चपेट में आ गईं.
आतंकियों को लोकल लेवल पर मिली थी मदद
इस हमले में को अंजाम देने वाला एक लोकल आतंकी बताया जा रहा है. उसका नाम आदिल अहमद उर्फ वकास कमांडो है. जैश ए मोहम्मद के प्रवक्ता ने स्थानीय न्यूज एजेंसी को दिए गए एक बयान में इसकी जानकारी दी. उनके मुताबिक, आदिल अहमद पुलवामा के गुंडई बाग का रहने वावा है. उसका एक फोटो भी सामने आया है. इसमें वह अपने आपको जैश-ए-मोहम्मद का कमांडर बता रहा है और लिखा, ‘गिन रखा है अपने लहू का हर कतरा हमने, न बख्शे हमारे शहीद हमें, जो हमने तुमको एक-एक कतरा गिनवाया नहीं – जाहिद बिन तलहा’
बता दें इससे पहले पुलवामा के ही एक निजी स्कूल के अंदर धमाका हुआ था. जिसमें लगभग 10 बच्चे जख्मी हुए थे. साथ ही आज इंफाल के कांचीपुर में एक स्कूल के बाहर IED बम मिलने की सूचना मिली थी. पुलवामा में बम धमाके के बाद सुरक्षा बल ज्यादा सतर्कता बरत रहे हैं.