आगरा खंदौली का नाम विदेशों में काम 100 साल पुराना काम
खंदौली में काम विदेशों में नाम पूरी खबर देखें भूपेंद्र भारद्वाज के साथ
खंदौली क्षेत्र बहुत दिनों पहले से देश-विदेश में मशहूर रहा है। खंदौली क्षेत्र का आलू आज भी अपने आप में एक नाम रखता है। लेकिन अब आलू सभी जगह होने के कारण खंदौली का नाम सुर्खियों में नहीं आता। आज हम आपको एक और सामान की खबर आपको दिखा रहे हैं। जो खंदौली की पीली पोखर गांव में 100 वर्ष पुराना काम। अभी चल रहा है। गांव में हर गली दरवाजे पर एक ही काम होता दिखाई देता है। लकड़ी की डलिया बनाना। डलिया बनाने की लकड़ी बाहर से मंगाई जाती है। डलिया तैयार कर विदेशों तक पहुंचाई जाती है। व्यापारी लोग थोक में माल खरीदकर विदेश ले जाते हैं। दिल्ली, मुंबई, गुजरात , हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, बिहार, पंजाब, नेपाल, आदि। देश प्रदेशों में खंदौली से माल पहुंचता है। काम करने वाले ग्रामीणों का कहना है, कि 100 साल पुराना काम होने के बावजूद भी यहां के नेता, अधिकारी जहां तक कि बैंक द्वारा हमको कोई सहायता नहीं मिलती। थोड़ा थोड़ा पैसा एकत्रित कर लकड़ी बाहर से लेकर कार्य करते हैं। और माल एकत्रित कर व्यापारियों को बेच देते हैं। जिसमें थोड़ा बहुत मुनाफा हो जाता है। उसी से अपना गुजारा करते हैं।