आगरा समुद्र में बन गई सड़क निकलते स्कूली बच्चे और वाहन

चोंकिये मत! ये तालाब नही मुख्य सड़क है
*नौनिहाल गंदे बदबूदार पानी में होकर स्कूल जाने को मजबूर*
*सरकार व सरकार के नुमाइंदे गहरी नींद में*
*किसी बड़े हादसे के इंतजार में अधिकारी*
*गड्डा मुक्त सड़के या गड्ढे में सड़क*
पानी के बीचों बीच बिजली के पोल व जंक्शन बॉक्स के कारण करंट का खतरा आखिर क्या करे लोग

*आगरा* : आगरा को मोहब्बत की नगरी कहा जाता है लेकिन शहर में भी लोग मोहब्बत करने से डरने लगे हैं समुद्र में सड़क बन गई है– सरकार का गड्डा मुक्त सड़को का वायदा शायद सिर्फ एक स्लोगन बन कर रह गया है बिना बारिश के लोग पानी मे होकर गुजरते है तो फिर आने बाले बारिश के पानी के कारण पानी ज्यादा होने के बाद स्कूल के बच्चे व लोग कैसे अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचेंगे। ये बड़ा सबाल है? लेकिन जबाब न सांसद पर न विधायक पर न पार्षद पर ।
सिर्फ अपने प्रतिनिधि भेज कर सहानभूति लूटने का कार्य कर रहे है।

क्षेत्रीय जनता व नौनिहाल गंदे पानी में होकर स्कूल जाने को मजबूर है पानी के निकास का कोई पर्याप्त इंतजाम नही है। मुख्य मार्ग पर पानी भरा होने से स्थिति भयाभव बनी है सबसे ज्यादा चिंता का विषय ये है कि जहाँ पानी भरा है वहां पानी के बीचों बीचों 11000 kv लाइन का पोल खड़ा है जिससे कभी भी करंट का खतरा बना हुआ है अभिभाबक अपने बच्चों को स्कूल भेजने से डर रहे है कि कही पानी मे करंट न् आ जाये अधिकारी हादसे के इंतजार में बैठे है कोई भी अधिकारी व प्रतिनिधि नहीं कर रहे सुनवाई
नन्ने मुन्ने बच्चों को रोज निकलना गंदे पानी से होकर जाना पड़ता है
वार्ड 65 प्रकाश नगर से सुशील नगर ,घड़ी चांदनी व अब्बास नगर के मुख्य संपर्क मार्ग पर स्थित कई प्राइवेट स्कूल है जिनमें सेंकड़ों की संख्या में सुबह नन्हे मुन्ने बच्चे स्कूल जाते है मुख्य मार्ग होने के कारण सेंकड़ों की संख्या में सुबह काम काजी लोग अपने कार्य से निकलते है लेकिन स्थिति इतनी खराब है लोगो गंदे बदबूदार पानी में होकर गुजरना पड़ता है जिससे बीमारियों पनप रही है जिससे लोगो के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है ।
सबसे बड़ी समस्या उन छोटे नन्ने मुन्ने बच्चो की है जो कि इस परेशानी को रोज झेल रहे है रोज सुबह व दोपहर को गंदे पानी से होकर निकलना पड़ता है ।
पार्षद से शिकायत व इस समस्या के समाधान हेतु संपर्क किया तो पार्षद पति अरविंद मथुरिया जी का कहना है है कि उन्होंने इस समस्या से अधिकारी,मेयर,व विधायक सांसद व  उच्च अधिकारियों से लिखित व मौखिक शिकायत की है लेकिन  अभी कोई  सुनवाई नहीं हो रही उनका कहना है कि सबसे बड़ी समस्या पानी की निकासी जो कि बिना नाले के संभव नहीं है जब तक सुशील नगर,घड़ी चांदनी और आस पास की बस्ती का पानी एक नाले से होकर नहीं निकलेगा जब तक रोड बनना वेकार है पहले नाले का निर्माण हो जब रोड बने। स्थिति इतनी भयावह है कि तस्वीरों से अंदाज लगा सकते है कि लोग कहा होकर जाए एक ही मुख्य मार्ग और कोई बेकल्पिक मार्ग न होने के कारण मजबुर होकर गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है पानी की समस्या को लेकर कुछ समय पहले तहसील एत्मादपुर में सैकड़ों की संख्या में महिला पहुंची थी तो उस समय एत्मादपुर तहसील की एसडीएम श्याम लतालता आनंद थी तहसील में तैनात नायब तहसीलदार ने फरियादी महिलाओं को गाली गलौज करते हुए तहसील के एक कमरे में बंद कर दिया था मीडिया में खबर चलने के बाद उन महिलाओं को कर्मचारियों ने बाहर निकाला उसी डर से फरियादी महिला फरियाद करने के लिए तहसील नहीं जाते इन दिनों सड़क समुंदर बन चुकी है इसी समुद्र में होकर स्कूली बच्चे से लेकर साइकिल व अन्य गाड़ियां गुजरती हैं लेकिन किसी भी अधिकारी का इस तरफ ध्यान नहीं है

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