आगरा एत्मादपुर पुलिस नहीं लिखती लूट के मुकदमे
एत्मादपुर पुलिस लूट के मुकदमे नहीं लिखती जी हां यह बात हम नहीं कह रहे इस बात को पीड़ित परिवार कह रहा है जिस पीड़ित परिवार से खुद पुलिस कह रही है कि हम लूट का मुकदमा नहीं लिखते मारपीट का मुकदमा लिखा दो तुरंत लिख जाएगा आपको बता देंगे शनिवार रात को एत्मादपुर क्षेत्र में एक परचून व्यापारी के साथ लुटेरों ने लूट कर उसे जमकर पीटा व्यापारी के गंभीर चोटे आई हैं उस व्यापारी को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती करा दिया गया पीड़ित परिवार तहरीर लेकर थाने पहुंचा तो पुलिस ने उसे आगरा शहर के थाने का नाम बताकर मुकदमा लिखवाने की बात कही लेकिन शहर की पुलिस ने भी उसे वापस कर दिया पीड़ित परिवार फुटबाल की तरह इधर-उधर मुकदमा लिखवाने के लिए घूम रहा है लूट की घटना की जानकारी क्षेत्राधिकारी तक पहुंची तो क्षेत्राधिकारी ने धर्मापुर पुलिस को मुकदमा लिखने की बात कही लेकिन क्षेत्राधिकारी के आदेश को भी पुलिस मारने के लिए तैयार नहीं और लूट लिखने को पुलिस हरगिज तैयार नहीं है आखिरकार आगरा में खाकी को हो क्या गया है आगरा में जब पुलिस कप्तान अमित पाठक नेता पुलिस हाथी नाम से ही ही ही हो जाती थी मुकद्दमा लिखना तो बहुत दूर की बात लेकिन उनके बाद पुलिस कप्तान बबलू कुमार भी उसी कड़ी में आते हैं लेकिन कई थानों की पुलिस पीड़ितों के मुकदमे लिखने को तैयार तक नहीं है आखिरकार कप्तान साहब ऐसे खाकी धारी थाना चला रहे हैं जो पीड़ितों की नहीं सुन रहे चल कि पीड़ित अपनी जान बचाने के लिए अस्पताल में जूझ रहा है एक तरफ खाकी मुकदमा तक नहीं लिख रही ऐसे खाती धारियों पर कप्तान साहब कब कार्रवाई करेंगे