आगरा बटेश्वर में साधु संतों ने लगाई डुबकी

जनपद के तहसील बाह क्षेत्र में बसे तीर्थ बटेश्वर में मंगलवार को कार्तिक पूर्णिमा पर लोक मेले का आयोजन किया गया जहां दूर दराज से पहुंचे श्रद्धालुओं ने लाखों की संख्या में मोक्ष दायिनी यमुना में डुबकी लगाकर भगवान बोले पर जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की और भगवान का आशीर्वाद प्राप्त किया, भगवान भोले के यमुना के किनारे श्रंखला वृद्ध बने एक से एक मंदिरों पर भीड़ उमड़ती हुई देखी गई जहां साधु-संतों ने अपने करतब दिखाकर दूसरा शाही स्नान किया, चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती रही ताकि कोई घटना न घट सके साथ ही यमुना नदी किनारे जल पुलिस की तैनाती की गई गोताखोर तत्पर तैयार रहें लोगों से यमुना किनारे स्नान करने के लिए सलाह दी गई, सुबह से शाम तक भगवान भोले के दर्शन के लिए रेला उमड़ता रहा, बूढ़े बच्चे बुजुर्ग ने भगवान भोले का आशीर्वाद प्राप्त कर अपनी मनौती मांगी, जानकारी के अनुसार बटेश्वर धाम एक ऐसा धाम है जहां स्वयं शिव विराजते हैं, सैकड़ों वर्ष पुराने इस तीर्थ स्थल की आस्था बड़ी है जिसने जो मांगा वो पाया, सैकड़ों वर्ष पुरानी प्राचीन मेले का आयोजन हर वर्ष बटेश्वर तीर्थ में होता है, आस्था के साथ लोग यहां यमुना के तट पर बने 101 शिव मंदिरों पर माथा टेकने आते हैं और अपनी मनोकामना मांगते हैं मनोकामना पूर्ण होने पर लोग यहां घंटा चढ़ाते हैं यहां पर कभी दस्यु रहे मलखान सिंह डाकू मोहर सिंह ने पुलिस को चैलेंज देकर घंटा चढ़ाया था मगर पुलिस उनको नहीं पकड़ पाई थी पुलिस मंदिर के चारों तरफ तैनात थी मगर दोनों लोग भेष बदलकर घंटा चढ़ा कर चले गए क्योंकि बटेश्वर के लोग बताते हैं कि दोनों लोगों ने भगवान शिव से यही मन्नत मांगी थी कि भगवान हम आपके मंदिर पर घंटा चढ़ाएं और पुलिस हमको गिरफ्तार ना कर पाए और शिव ने उनको ऐसा वरदान दिया और दोनों लोग घंटा चढ़ा कर वापस चले गए और पुलिस उनको तलाशती रही वहीं बाबा बटेश्वर धाम को सारे . तीर्थों का भांजा भी कहा जाता है उत्तर भारत के बटेश्वर में लगने वाले लकी मेले में दूरदराज से कई प्रांतों के लोग दर्शन करने आते हैं आज कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर संतों ने किया शाही स्नान लाखों लोगों ने भी यमुना में लगाई डुबकी उत्तर भारत का प्रसिद्ध मेला बटेश्वर नाथ जहां बहती है उल्टी यमुना नदी नदी के किनारे पर बने 101 शिव मंदिरों में अलग-अलग रूपों में भगवान शिव विराजते हैं ।

बाइट। जयप्रकाश गोस्वामी पुजारी बटेश्वर

बाइट। घनश्याम श्रद्धालु

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