आगरा राम बरात निकालना अपराध है तो दिलवा दो फांसी।

दो वर्ष पूर्व हुआ था आंवलखेड़ा में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम बारात का आयोजन।
भारत संगम सेवा समिति ने निकाली थी श्री राम बारात।
आगरा पुलिस अपराधियों को पकड़ने में तुम नाकाम साबित होती है लेकिन राम भक्तों पर मुकदमा लिखने में सबसे। आगे रहती है। मामला थाना बरहन। के आवलखेड़ा का है। दो वर्ष पूर्व आंवलखेड़ा में भारत संगम सेवा संस्थान द्वारा मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का की बरात का आयोजन किया गया था जिसकी अनुमति प्रशासन द्वारा यह हवाला देते हुए नहीं दी गई थी कि यह आयोजन परंपरागत नहीं है। अनुमति ना मिलने के बाद आयोजन समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र भारद्वाज सहित 16 अन्य लोगों ने राम बरात का आयोजन किया था। राम बारात का शुभारंभ एससी एसटी आयोग के अध्यक्ष डॉ रामशंकर कठेरिया ने किया था। उसके बाद पुलिस ने आयोजकों भूपेंद्र भारद्वाज, धर्मवीर सिंह चौहान ,दुष्यंत प्रताप सिंह उर्फ बंटी चौहान प्रधान पति, अंकुश चौहान, रामनिवास शर्मा ,अतर सिंह तोमर, श्याम सुंदर गुप्ता, इंदल सिंह चौहान ,पवन कुशवाह, मुन्ना लाल पूर्व प्रधान, लक्ष्मी नारायण वर्मा ,सहित अन्य के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया था। मामले में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी थी। कोर्ट द्वारा राम भरत आयोजकों के संबंध आने पर श्री राम बरात सेवा समिति के सदस्य दुष्यंत प्रताप सिंह उर्फ बंटी चौहान द्वारा इलाहाबाद हाईकोर्ट की शरण ली गई है। प्रधान पति का कहना है कि पुलिस द्वारा भगवान राम की बारात आयोजन करने पर भी मुकदमा दर्ज किया गया था। न्यायालय द्वारा बार बार सम्मन भेजें जा रहे है। जिससे ग्रामीणों में।रोष है। वहीं संस्था के अध्यक्ष। भूपेंद्र भारद्वाज का कहना है किअगर भगवान के कार्य में जेल। तो क्या हमें? चौराहे पर खड़े होकर कोई फांसी देना चाहे तो हम हस करके फांसी पर चढ़ जाएंगे। कोर्ट जेल भेजने की अपेक्षा पहले आयोजकों को फांसी का आर्डर सुनाएं जिससे सबसे पहले मै फांसी पर चढूंगा उसके बाद अन्य लोग। भगवान का कार्य करना अगर इतना ही अपराध है तो पुलिस हमारे खिलाफ मुकद्दमा लिखे हम हर वर्ष। राम बारात का आयोजन करते रहेंगे चाहे कुछ भी हो जाए।

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