आगरा कांग्रेसियों ने जमकर उड़ाई सोशल डिस्टेंस की धज्जियां होटल के आगे हुआ हंगामा
आगरा में कांग्रेसियों का टोरेंट कंपनी से महीने दारी रुपए मांगने का वीडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया था कांग्रेस हाईकमान द्वारा एक कमेटी गठित की गई कमेटी जांच के लिए आगरा पहुंची थाना हरी पर्वत क्षेत्र स्थित होटल दा पी एल पैलेस में कमेटी द्वारा एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया लेकिन प्रेस वार्ता से पहले हजारों की संख्या में कांग्रेसी वहां पहुंच गए और जमकर हंगामा होने लगा जबकि होटल में मात्र 15 लोगों के आने की अनुमति ली गई थी सोशल डिस्टेंस की जमकर धज्जियां उड़ाई गई घंटों हंगामा होने के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गए होटल में भूसे की तरह घुसे कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा काटा कार्यकर्ताओं ने कई लोगों से अभद्रता भी की पुलिस ने मौके पर देखती रही आगरा में हर रोज मरीजों की संख्या बढ़ रही है लेकिन कांग्रेसियों द्वारा जिस तरह सोशल डिस्टेंस को मजाक बनाकर रख दिया तो इससे तो प्रतीत होता है कि बीमारी बाटी जा रही है जनता को पागल बना कर टोरेंट से सौदेबाजी करने के बाद अपनी अपनी सफाई देते हुए कांग्रेसी नजर आए लेकिन इस सफाई से अब क्या हो रहा है हकीकत तो सबके सामने आ गई वहीं कुछ कांग्रेसियों ने कहा कि अन्य दलों से आकर इस कांग्रेश में अपना वर्चस्व जमाना चाहते और कांग्रेस को बदनाम करने के लिए दलाली करने में लगे हुए हैं यह कांग्रेस को बदनाम करने की साजिश है ऐसे कार्यकर्ताओं एवं नेताओं को कांग्रेस से बाहर किया जाएगा हाल ही में अब क्या निर्णय निकलेगा यह तो पार्टी की कोर कमेटी जाने लेकिन पुलिस द्वारा इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए क्योंकि जिस तरह एकत्रित कर हंगामा किया गया इसके जिम्मेदार कौन होंगे क्या प्रशासन द्वारा कोई अनुमति ली गई थी अगर ली गई तो कितने लोगों की ली गई अगर ऐसा नहीं हुआ है तो इनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए वह तो समय से वीडियो वायरल हो गया नहीं तो जनता पागल बनी रहती और लेन देन चलता रहता ऐसे ही अनेकों लोगों ने टोरंट के खिलाफ प्रदर्शन कर अपनी महीने दारी बना ली और जनता पागल बन गई ऐसे नेताओं की समाज में कोई जरूरत नहीं है जो जनता को धोखा देकर अपना घर बनाने में लगे हुए हैं ऐसे नेता देश के लिए धब्बा साबित होते हैं टोरेंट से पैसा मांगने में जिस तरह खुलेआम बात चल रही है तो इससे तो प्रतीत होता है कि पहले ही अन्य विभागों से पैसे लिए गए होंगे इसको साजिश बताया जा रहा है लेकिन अब कुछ भी बताते रहो हकीकत तो सभी के सामने आ गई है टोरेंट कंपनी आगरा के नेताओं के लिए वरदान साबित हुई है जो चाहे वह टॉरेंट से अपनी थैली भरना प्रारंभ कर देता है कुछ मामले उजागर हो जाते हैं कुछ दबे रहते हैं जब मामले उजागर हो जाते हैं नेता अपनी अपनी सफाई देने में लगे रहते हैं लेकिन हकीकत यह है कि टोरेंट के चांदी के जूते में इतनी दम है कि हर कोई नेता उसके आगे नतमस्तक हो जाता है