56 पागलों ने लगाया देवी दरबार भजन संध्या का हुआ कार्यक्रम

56 पागलों ने लगाया देवी दरबार भजन संध्या का हुआ कार्यक्रम आगरा थाना बरहन की ग्राम पंचायत खाड़ा के मजरा नगला धौकल मैं 56 पागल सेवा समिति द्वारा भजन संध्या का कार्यक्रम कराया गया भगत लाइक सिंह के नेतृत्व में 56 पागल सेवा समिति का गठन किया गया है हिंदू मुस्लिम समाज को एकत्रित कर ने वाला स्थान देवी मंदिर एवं सैयद बाबा दोनों विराजमान हैं इस स्थान पर हिंदू मुस्लिम दोनों धर्म के लोग बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं काफी समय से समाज को एकत्रित कर मिसाल कायम करने वाले 56 पागलौ की एक अनोखी कथा है जिस प्रकार बाल्मीक के लिए कहा जाता है कि अपराध को छोड़कर धर्म की दुनिया में प्रवेश कर गए थे उसी प्रकार 56 पागल सेवा समिति के नायक लायक सिंह भगत पहले अपराधों को अंजाम दिया करते थे लेकिन जब ईश्वर की कृपा हुई तो लाइक सिंह ने अपराध की दुनिया को छोड़ते हुए धर्म की दुनिया में प्रवेश कर दिया धीरे-धीरे कारवां बढ़ता गया अब यह कारवां 56 पागल के नाम से प्रसिद्ध है लेकिन इस कार्य में 56 पागल नहीं है अपितु हजारों की संख्या में लोग शामिल हैं 56 पागलों की विशेषता यह है कि ग्राम पंचायत में किसी भी समाज की बहन बेटी की शादी होती है तो सभी पागल चंदा एकत्र कर बारातियों को मिलनी करते हैं और बेटी को उपहार स्वरूप कुछ सामान भेंट करते हैं वही बारातियों की पत्तल उठाने का कार्य भी पागल स्वयं करते हैं इन पागलों के यहां ऊंच-नीच छुआछूत जाट बिरादरी का कोई खेल नहीं है सभी बिरादरी इस कार्य में शामिल होते हैं समय-समय पर देवी जागरण कव्वालियों का कार्यक्रम होता रहता है किसी भी पागल पर कोई विपत्ति आती है तो सभी पागल एकत्रित होकर उसके दुख दर्द में शामिल होते हैं और स्वयं खर्चा उठाते हैं देवी मां की कृपा और बाबा सैयद के आशीर्वाद से गरीबों के दुख दर्द को दूर करते हैं 569 द्वारा कुछ समय पहले ऐलान किया गया था कि ग्राम पंचायत खाना से पुलिस द्वारा शराबी पकड़े जाएं तो पुलिस को ₹5000 इनाम दिया जाएगा कई बार तो थाना बरहन और पुलिस चौकी आवलखेड़ा को फूलों की वर्षा कर प्रांगण को ढक दिया था फूलों के शौकीन 56 पागलों की यही एक पहचाने के समय-समय पर पुलिस के स्वागत के लिए तैयार रहते हैं फूलों की वर्षा एक 2 किलो फूलों से नहीं होती दसियों कुंटल फूलों की वर्षा पागल करते हैं क्यों देखता है कहने लगता है पागल फूलों की वर्षा कर रहे हैं भजन संध्या में बड़ा ही आनंद पूर्ण भजनों को सुन कर भक्तगण सुशोभित हुए

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