आगरा जनप्रतिनिधियों को लगवानी चाहिए पहले कोरोना की वेक्सीन
आगरा जनप्रतिनिधियों को लगवानी चाहिए पहले कोरोना की वेक्सीन
आगरा, कोरोना महामारी के बीच देश में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन (टीकाकरण) प्रोग्राम शुरू होगा। जनता की सरकार से अपील हैं कि कोरोना टीकाकरण के पहले फेस में एमएलए,एमपी, मंत्री और जनप्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाए। ऐसा होने से लोगों के मन में डर नहीं रहेगा और लोग खुशी-खुशी कोरोना का टीका लगवाने को कहेंगे। अफवाहों के चलते शहर के लोगों के मन में वेक्सीन को लेकर भ्रम हैं।
अगर ताजनगरी के कोरोना टीकाकरण के पहले फेस में सभी जनप्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाए तो लोगों के बीच भ्रम नहीं रहेगा और लोग खुशी-खुशी कोरोना का टीका लगवाने को खुदबखुद कहेंगे। इस बावत जागरूक लोगों ने सरकार से अपील की है कि टीकाकरण के फर्स्ट फेज में जनप्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाए।बता दे कि कोरोना वेक्सीन के टीकाकरण को लेकर तमाम अपवादों ने जन्म ले लिया है और साथ ही भ्रामक खबरों ने भी जोर पकड़ लिया है। विपक्ष भी वेक्सीन की प्रामाणिकता को टेढ़ी नजरों से देख रहा है। ऐसे में जनता के सामने बड़ी पशोपेश की स्थिति है। वहीं, शहर के लोगों का कहना हैं कि हैल्थ वर्कर के साथ साथ जनप्रतिनिधियों को भी यह वेक्सीन लगानी चाहिए। अपने वेक्सीन लगते हुए फ़ोटो सहित उसका सोशल मीडिया पर प्रचार भी किया जाना चाहिए। इसी विषय पर हमारे संवाददाता संजय साग़र से आगरा के लोगों ने अपने विचार व्यक्त किये हैं जो इस प्रकार हैं –
राजेश बाबू क़दम का कहना हैं कि जनता को वैक्सीन लगाने से पहले सांसद,एमएलए, सभासद और शहर के सभी माननीयों को वैक्सिन लगवा कर जनता की संतुष्टि करने के लिए पहल करनी चाहिए। जिससे जनता में विश्वास बने और वैक्सीन को लेकर भ्रम दूर हो। इस नेक कार्य से जनता में विश्वास बढेगा की वैक्सीन हंड्रेड परसेंट लाभकारी है।
वरिष्ठ अतिवक्ता अरविंद पुष्कर का कहना हैं कि आमजनमानस के भ्रम को दूर करने के पश्चात जो गरीब तबका को वेक्सीन लगानी चाहिए। समाज में वैक्सीन को लेकर जो भ्रम हैं उसे दूर करना चाहिए। वेक्सीन की प्रमाणिकता को सिद्ध करने के लिए नेताओं को आगे आना चाहिए। उसके बाद हमारे फौजी भाइयों को बुजुर्गों को और जो भी गरीब तबके के लोग है उन्हें वेक्सीन लगनी चाहिए।
समाजसेवी राजेन्द्र कर्दम का कहना हैं कि जनप्रतिनिधियों को जनता में संदेश देने के लिए वैक्सिंग लगाकर इस नेक कार्य की पहल करनी चाहिए। सभासद,जिला पंचायत सदस्य,मंत्री,विधायक,अध्यक्ष जिला अध्यक्ष आदि पहले खुद लगवाएं और जनता को में बने भ्रम को दूर करें।
वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश चंद्रा
अध्यक्ष डॉ आंबेडकर बार एसोसिएशन आगरा का कहना हैं कि वर्तमान में कोविड-19 महामारी को लेकर आम आदमी बहुत भयभीत है। जो कोरोना वैक्सीन आई है। उस पर जनता के अंदर भय एवं भृम है। सरकार को चाहिए के जनता के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों एवं सभी अधिकारियों को आगे आकर एवं वैक्सीन लगवाकर सर्वप्रथम पहल करनी चाहिए जिससे जनता के अंदर कोरोना वैक्सीन को लेकर विश्वास बढ़े तथा कोरोना महामारी को भारत से समाप्त किया जा सके।
नरेश पारस सोशल एक्टिविस्ट (फाइट फॉर राइट्स) का कहना हैं कि कोरोना वेक्सीन के टीकाकरण को लेकर तमाम अपवादों ने जन्म ले लिया है। भ्रामक खबरों ने भी जोर पकड़ लिया है। विपक्ष भी टेढ़ी नजरों से देख रहा है ऐसे में जनता के सामने बड़ी पशोपेश की स्थिति है। हैल्थ वर्कर के साथ साथ जनप्रतिनिधियों को भी यह वेक्सीन लगानी चाहिए। उसका सोशल मीडिया पर प्रचार भी किया जाए।
समाजसेवी सावन चौहान का कहना है कि जनता के संशय को दूर करने के लिए मंत्रियों अधिकारियों को पहले बेक्सिन लगवानी चाहिए।हमारे आगरा में दो सांसद हैं 9 विधायक हैं मेयर साहब हैं और 10000 से ऊपर नेता हैं उनको आगे आकर वैक्सिंग लगवानी चाहिए और जनता को जागरूक करना चाहिए इससे लोगों की भ्रम की स्थिति अपने आप ही दूर हो जाएगी।
समाजसेवी शोभा मीना का कहना हैं कि बिजनेसमैन और राजनेताओं जैसे विधायक सांसद मंत्री संत्री सभासद शहर के सभी नेता पहल करें और वैक्सीन लगवाएं क्योंकि जनता ने उन्हें अपना नेता माना है। जनता के भ्रम और डर को दूर कर सकते हैं।वैक्सीन लगवाने की पहल करके जनता में व्याप्त भय और डर को दूर करें।
समाजसेवी पूजा शर्मा का कहना है कि सरकार को अपने नेताओं के ऊपर यूज़ करके जनता के भ्रम को दूर करना चाहिए। जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों पर लोग विश्वास करते हैं। इस विश्वास को बनाए रखने के लिए पहले उन्हें वेक्सीन लगवानी चाहिए और वैक्सीन की विश्वसनीयता पर लोगी में जो भ्रम की स्थिति है वह स्वतः ही दूर हो जाएगी।