आगरा दवाइयों का अवैध कारोबार कई जगह जारी
आगरा अवैध दवाइयों का चल रहा है कारोबार
1 बीते दिनों बल्केश्वर में पकड़ी गई थी करोड़ों की दवा
2 दाल के बोरों में भरी हुई थी दवा
3पुलिस ने की थी बड़ी कार्रवाई
आगरा ताज नगरी में चारों तरफ नकली चीजों का खेल बड़े ही स्तर पर चलता है देसी घी से लेकर गरम मसाला तक सब कुछ नकली आपको मिल सकता है यहां तक के काला नमक भी नकली बनाया जाता है जिधर देखो उधर नकली ही नकली बनकर तैयार हो रहा है नकली खाद्य पदार्थों के कारण जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ की जाती है परंतु इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होती क्योंकि विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से सब कुछ खेल चलता है और मोटी रकम उनके मुंह पर मारी जाती है जिसके कारण मुंह बंद कर दिया जाता है स्वास्थ्य विभाग की बात करें तो स्वास्थ्य वाद के तो आंखों में मोतियाबिंद दिखाई देता है स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कुछ भी नजर नहीं आता आगरा शहर व देहात सभी जगह फर्जी अस्पताल चल रहे हैं हर रोज लोगों की जान जा रही है कसाई खाने लोगों को मौत मार रहे हैं लेकिन छोटी मोटी कार्रवाई कर मुंह पर चांदी का जूता पढ़ते ही सब ठीक हो जाता है बीते दिनों बलकेश्वर क्षेत्र में करोड़ों की दवाइयां पकड़ी गई थी नकली दवाई का कारोबार काफी समय से चल रहा था अपने आप को भाजपा के नेता बताने वाली महिला के घर में गोदाम बना हुआ था दाल की बोरियों में भरकर दवाइयां जाती थी एक दवा ऐसी भी मिली है जो अपराधियों के पास होती थी हालांकि पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सभी को जेल भेजा है लेकिन आगरा के अधिकारी जब कार्रवाई करते हैं तब बाहर की कोई टीम आकर कार्रवाई कर आती है चारों तरफ अवैध कारोबार चलता है लेकिन नजर छुपा कर अधिकारी कार्यवाही से बचते हैं छोटी मोटी कार्रवाई कर अपनी पीठ थपथपा लेते हैं एत्माद्दौला क्षेत्र नकली कारोबार और अपराधियों का अड्डा बन चुका है आए दिन बड़े से बड़े अपराधी इसी क्षेत्र में मिलते हैं तो वही बड़े से बड़ा अवैध कारोबार भी इसी क्षेत्र में होता है आगरा शहर में कई जगह अभी भी नकली दवाइयों के कारखाने चलते हैं क्या अधिकारियों को जानकारी नहीं इनके खिलाफ कार्यवाही नहीं होती बीते दिनों एत्मादपुर क्षेत्र में नकली सीमेंट बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी गई थी मुकदमा दर्ज हुआ लेकिन आरोपी को बचाने के लिए कुछ कथित पत्रकार पीछे लगे और अभी तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई उसे बचाने की कयामत में जुट गए पुलिस ने भी अपने हाथ पीछे खींच लिए आखिरकार इनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होती अधिकारी कार्यवाही भी करते हैं तो छोटे लोगों पर करते हैं बड़े मगरमच्छों को तो साफ बचा दिया जाता है केवल छोटी मोटी मछली पकड़ कर वाह वाह कर ली जाती है कब तक यह सब खेल चलता रहेगा खाद्यान्न पदार्थों में मिलावटखोरों ने इतनी मिलावट कर दी है हर इंसान के अंदर बीमारी पैदा हो गई है ऐसी बीमारी जिन का इलाज भी संभव नहीं है अगर इलाज कराने जाते हैं तो धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर भी अब राक्षस बन गए हैं बीते दिनों यमुनापार क्षेत्र में डिलीवरी के पैसा न चुकाने पर एक कथित डॉ द्वारा महिला के जिगर के टुकड़े को भी ₹100000 में नीलाम का दिया था मीडिया में खबर छपने के बाद अधिकारियों की आंखों से पट्टी खुली और फिर कार्यवाही हुई तब जाकर उसका बच्चा वापस आया लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत के कारण अस्पताल फिर फल फूल नहीं लगा यहां तक के आगरा में किडनी गैंग काफी सक्रिय है छोटी मोटी रकम देकर गरीब लोगों से बहला-फुसलाकर किडनी निकलवाई जाती है और लाखों रुपए गैंग के सदस्य कमाते हैं इनके खिलाफ कब कार्यवाही होगी या फिर ऐसे ही खेल चलता रहेगा